देहरादून पुलिस ने तीन शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो महिलाओं की मॉर्फ की गई अश्लील तस्वीरें और वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर रहे थे। ये आरोपी कॉल सेंटर में काम करते थे और वहीं से लोन लेने वाले लोगों और उनके रिश्तेदारों के नंबर हासिल करते थे।
कैसे करते थे ब्लैकमेलिंग?
अभियुक्त पहले महिलाओं की प्रोफाइल से उनकी तस्वीरें चुराकर अश्लील रूप में मॉर्फ करते थे। फिर, उन्हें इंटरनेट पर वायरल करने की धमकी देकर पीड़ितों से पैसे वसूलते थे। ये अपराधी चोरी के मोबाइल और लैपटॉप के जरिए वर्चुअल नंबरों से संपर्क कर ब्लैकमेलिंग करते थे।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारियां
31 जनवरी 2025 को एक महिला की शिकायत पर थाना नेहरू कॉलोनी में मामला दर्ज किया गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस टीम गठित कर संदिग्ध नंबरों की सर्विलांस के जरिए जांच की गई। 8 फरवरी को दिल्ली-गुड़गांव से तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में आरोपियों ने अपराध कबूल कर लिया।
गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम:
- सचिन कुमार (नई दिल्ली, मूल निवासी बिहार)
- विशाल तिवारी (नई दिल्ली, मूल निवासी बिहार)
- पवन कुमार (गुड़गांव, मूल निवासी बिहार)
इन तीनों को 9 फरवरी को न्यायालय में पेश कर जिला कारागार सुद्धोवाला भेज दिया गया। पुलिस ने इनके कब्जे से ब्लैकमेलिंग में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल उपकरण बरामद किए हैं।
देहरादून पुलिस की अपील
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि अगर कोई अज्ञात व्यक्ति मॉर्फ तस्वीरों के जरिए ब्लैकमेल करने की कोशिश करे, तो तुरंत साइबर सेल या नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराएं।