देहरादून, 23 मार्च 2025 – उत्तराखंड एसटीएफ (STF) ने एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के तार म्यांमार तक फैले हुए थे और करोड़ों रुपये की ठगी को अंजाम दिया जा चुका था।
मामले का खुलासा कैसे हुआ?
भारत सरकार द्वारा म्यांमार से लाए गए कुछ नागरिकों से पूछताछ में इस गिरोह के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली। इसके आधार पर उत्तराखंड एसटीएफ ने उधमसिंहनगर में छापेमारी कर हरजिंदर सिंह और संदीप सिंह को गिरफ्तार किया।
कैसे करते थे ठगी?
आरोपियों ने फर्जी बिजनेस अकाउंट खोलकर टेलीग्राम के जरिए साइबर ठगों से संपर्क किया और धोखाधड़ी की रकम को “X Helper App” और “Message Forward App” के जरिए क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर विदेशों तक पहुंचाया।
बरामद सामान
गिरफ्तार आरोपियों के पास से निम्नलिखित सामग्री बरामद हुई:
- 1 लैपटॉप
- 07 मोबाइल फोन
- पासपोर्ट
- डेबिट कार्ड
- चेकबुक
- फर्जी दस्तावेज
10वीं पास निकला साइबर ठगों का प्रशिक्षक
चौंकाने वाली बात यह है कि इस गिरोह का प्रशिक्षक सिर्फ 10वीं पास है, लेकिन वह ठगी के उन्नत तकनीकी तरीकों से पूरी तरह वाकिफ था। अब तक यह गिरोह 1.2 करोड़ रुपये का अवैध मुनाफा कमा चुका है।
क्रिप्टोकरेंसी के जरिए विदेशों तक नेटवर्क
गिरोह ने ठगी के पैसे को क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर विदेशों में भेजा, जिससे यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर तक जुड़ा हुआ है।
आगे होगी बड़ी कार्रवाई
उत्तराखंड एसटीएफ इस मामले में आगे और गहराई से जांच कर रही है। इस साइबर ठगी के नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए भी अभियान तेज कर दिया गया है।