ऋषिकेश। परिवहन विभाग की चेकिंग टीम को सरकारी कार्य में बाधा डालना, गाली-गलौच करना और जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। इस संबंध में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) मोहित कुमार कोठारी ने ऋषिकेश कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है।
क्या है पूरा मामला?
शिकायत के अनुसार, 21 मार्च 2025 को सुबह 11 बजे परिवहन विभाग की टीम आईडीपीएल से श्यामपुर की ओर नियमित वाहन चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान एक बिना नंबर प्लेट वाला ट्रैक्टर, जिससे पानी का टैंकर जुड़ा था, सड़क पर संचालित पाया गया।
जांच में पता चला कि यह ट्रैक्टर UK14CA 4685 व्यवसायिक वाहन के रूप में शिवाजी बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर्स के नाम से पंजीकृत है। दस्तावेजों की जांच में पाया गया कि—
✔ टैक्स 31 अगस्त 2022 के बाद से जमा नहीं किया गया है।
✔ फिटनेस 2 अगस्त 2024 को समाप्त हो चुकी है।
✔ इंश्योरेंस 15 जून 2023 से समाप्त है।
✔ PUCC (प्रदूषण प्रमाण पत्र) 2 अगस्त 2023 के बाद से मान्य नहीं है।
वाहन का चालक अरुण पुत्र कुअँर सिंह मौके पर कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका।
बवाल की शुरुआत
जब परिवहन विभाग की टीम ने वाहन को जब्त करने की कार्रवाई शुरू की, तो एक व्यक्ति, जिसने अपना नाम संदीप नेगी बताया, मौके पर पहुंचा। उसने कथित रूप से लोगों की भीड़ जुटाकर हंगामा खड़ा कर दिया और अधिकारियों के साथ गाली-गलौच करने लगा।
अधिकारियों को धमकी
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि संदीप नेगी ने ट्रैक्टर चालक को सड़क के बीचों-बीच वाहन खड़ा करने के लिए कहा और मार्ग अवरुद्ध कर दिया। इस दौरान उसने परिवहन विभाग के अधिकारियों को धमकी देते हुए कहा—
“मैं देखता हूँ कि सड़क पर आज कौन चलेगा। तुम लोग जानते नहीं हो कि मेरी पहुंच कहां तक है। मैं तुम सबका ट्रांसफर करवा दूंगा और किसी को नहीं छोड़ूंगा।”
मामले में जांच जारी
परिवहन अधिकारी मोहित कुमार कोठारी ने ऋषिकेश थाना प्रभारी को लिखित शिकायत देकर संदीप नेगी के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने, गाली-गलौच करने, मार्ग अवरुद्ध करने और जान से मारने की धमकी देने के आरोपों में कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। अधिकारियों का कहना है कि दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
जनता से अपील
परिवहन विभाग और पुलिस ने जनता से अपील की है कि कानून का पालन करें और सरकारी कार्य में बाधा डालने वाले किसी भी व्यक्ति की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।