देहरादून: शहर में तेज रफ्तार बाइक और कारों की समस्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। खासतौर पर युवाओं द्वारा तेज गति से बाइक चलाना न केवल उनकी बल्कि अन्य राहगीरों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन रहा है। सड़कों पर आए दिन होने वाली घटनाएं प्रशासन की लापरवाही की ओर इशारा करती हैं।
शहर के प्रमुख चौराहों और सड़कों पर अक्सर पुलिसकर्मियों की गैरमौजूदगी देखी जा रही है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से संवेदनशील माने जाने वाले राजपुर रोड, घंटाघर और बल्लूपुर चौक जैसे इलाकों में पुलिस व्यवस्था ढीली नजर आती है। नतीजतन, यहां तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों का आतंक साफ देखा जा सकता है।
रोजाना सड़कों पर ओवरस्पीडिंग के कारण दुर्घटनाओं की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। स्थानीय लोगों ने शिकायत की है कि पुलिस की मौजूदगी न होने के कारण वाहन चालक बेखौफ होकर ट्रैफिक नियमों को तोड़ रहे हैं।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, “पुलिसकर्मी चौराहों पर नहीं होते, जिससे ओवरस्पीडिंग करने वालों का मनोबल बढ़ता है। यह स्थिति बच्चों और बुजुर्गों के लिए बेहद खतरनाक है।”
शहरवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि प्रमुख चौराहों और सड़कों पर पुलिसकर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। साथ ही, ओवरस्पीडिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि यातायात व्यवस्था को दुरुस्त किया जा सके और सड़कों को सुरक्षित बनाया जा सके।