देहरादून, 28 मार्च 2025 – साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों के बीच देहरादून में एक ताजा ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित, निवासी देहरादून, ने साइबर थाना में शिकायत दर्ज करवाई है कि उनके एक मित्र के व्हाट्सएप नंबर से उन्हें 40,000 रुपये की मांग का संदेश प्राप्त हुआ।
कैसे हुआ ठगी का शिकार?
पीड़ित ने अपने मित्र के फोन नंबर xxxxxx1234 से प्राप्त संदेश पर विश्वास करते हुए तुरंत दिए गए यूपीआई स्कैनर के माध्यम से 40,000 रुपये स्थानांतरित कर दिए। हालांकि, बाद में उन्हें उनके मित्र की पत्नी से पता चला कि उनका फोन दुबई में हैक या क्लोन कर लिया गया था। इस साइबर ठगी की घटना 12 मार्च 2025 को सुबह 9:39 बजे हुई थी।
यूपीआई ठगी का पूरा विवरण
- ठग का नाम: सिद्धेश वडासकर
- पेमेंट प्लेटफॉर्म: पेटीएम (9713021571@PTHDFC)
- यूपीआई ट्रांजैक्शन आईडी: 101344496321
- राशि: 40,000/- रुपये
व्हाट्सएप के जरिए कैसे हुई धोखाधड़ी?
पीड़ित को उनके मित्र पीड़ित के मित्र के व्हाट्सएप नंबर से पैसे मांगने वाला संदेश मिला। संदेश पर भरोसा कर उन्होंने बिना पुष्टि किए पैसे ट्रांसफर कर दिए। लेकिन बाद में जब उनकी मित्र की पत्नी ने बताया कि फोन हैक हो गया है, तो उन्हें ठगी का अहसास हुआ।
एफआईआर दर्ज, जांच शुरू
पीड़ित ने तुरंत साइबर थाना देहरादून में इसकी शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर इसे संबंधित थाने में स्थानांतरित कर दिया। थाना राजपुर, देहरादून में इस मामले को अपराध क्रमांक में दर्ज किया गया है। मामले की जांच साइबर अपराध शाखा द्वारा की जा रही है।
साइबर थाना की अपील: रहें सतर्क, बचें धोखाधड़ी से
साइबर थाना ने जनता से अपील की है कि वे इस प्रकार की ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए किसी भी वित्तीय लेन-देन से पहले पुष्टि करें। साथ ही, किसी भी अज्ञात संदेश या कॉल से सतर्क रहें। यदि किसी को भी इस प्रकार की ठगी का शिकार होना पड़े, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन या नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं।
कैसे बचें साइबर ठगी से?
- किसी भी वित्तीय लेन-देन से पहले संबंधित व्यक्ति से कॉल पर पुष्टि करें।
- अनजान लिंक या यूपीआई अनुरोधों को स्वीकार न करें।
- बैंक या यूपीआई विवरण किसी के साथ साझा न करें।
- साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तुरंत संपर्क करें।
- क्या करें अगर आप ठगी के शिकार हो जाएं?
- तुरंत अपने बैंक से संपर्क कर ट्रांजैक्शन रोकने का प्रयास करें।
- साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराएं।
- पासवर्ड और अन्य संवेदनशील जानकारियां तुरंत बदलें।
- पुलिस में एफआईआर दर्ज कराएं।
सावधान रहें, सतर्क रहें
बढ़ते साइबर अपराधों के मद्देनजर, आम जनता को चाहिए कि वे अज्ञात यूपीआई लेन-देन से बचें, अपने बैंक डिटेल्स किसी के साथ साझा न करें और किसी भी संदिग्ध संदेश के मिलने पर पहले सत्यापन करें। पुलिस इस मामले की तहकीकात कर रही है और जल्द ही आरोपी को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
(रिपोर्ट: देहरादून संवाददाता)