बद्रीनाथ (उत्तराखंड)। बद्रीनाथ धाम में रविवार को एक बड़ा हादसा टल गया, जब तप्त कुंड के गर्म जल में गिरकर अचेत हुए श्रद्धालु शुभम की जान उत्तराखंड पुलिस की त्वरित कार्रवाई और साहसिक प्रयासों से बचाई जा सकी। हेड कांस्टेबल देवेन्द्र सिंह बूटोला और LFM प्रदीप त्रिवेदी ने बिना देरी किए जान की बाज़ी लगाकर श्रद्धालु को कुंड से बाहर निकाला और CPR देकर दोबारा जीवनदायी सांसें लौटाईं।
🔴 हादसा तप्त कुंड के पास हुआ:
घटना उस समय हुई जब श्रद्धालु शुभम तप्त कुंड के पास स्नान हेतु पहुंचे थे। अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और वे संतुलन खोकर सीधे गर्म पानी से भरे कुंड में गिर पड़े। सिर में तेज़ चोट लगने के कारण वे तुरंत ही अचेत हो गए। वहां मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई।
🚨 पुलिस कर्मियों की बहादुरी:
मौके पर तैनात उत्तराखंड पुलिस के जवान देवेन्द्र सिंह बूटोला और एलएफएम प्रदीप त्रिवेदी तुरंत हरकत में आए। उन्होंने बिना वक्त गंवाए कुंड में छलांग लगाई और अचेत अवस्था में पड़े शुभम को बाहर निकाला। हालत गंभीर देखकर तुरंत CPR (Cardiopulmonary Resuscitation) देना शुरू किया, जिससे कुछ ही देर में पीड़ित की सांसें लौटने लगीं।
🏥 अस्पताल में भर्ती, सिर में चार टांके:
प्राथमिक उपचार के बाद घायल श्रद्धालु को पुलिसकर्मियों ने नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने तत्परता से इलाज शुरू किया। शुभम के सिर में गंभीर चोट थी, जिस पर चार टांके लगाए गए हैं। फिलहाल उनकी हालत स्थिर है और खतरे से बाहर बताई जा रही है।
🙏 परिवार ने जताया आभार, स्थानीयों ने की सराहना:
शुभम के परिवारजनों ने उत्तराखंड पुलिस का हृदय से धन्यवाद किया और कहा कि अगर समय पर ये पुलिसकर्मी मदद को न आते, तो उनका परिवार अनहोनी का शिकार हो जाता। स्थानीय लोगों और अन्य तीर्थयात्रियों ने भी पुलिस के इस साहसी कार्य की जमकर सराहना की है।
उत्तराखंड पुलिस एक बार फिर मानवता और सेवा का परिचय देते हुए यह सिद्ध कर चुकी है कि वर्दी सिर्फ कानून की रक्षा के लिए नहीं, बल्कि जनता की जान की हिफाजत के लिए भी है। बद्रीनाथ धाम जैसे दुर्गम तीर्थस्थलों पर तैनात ये प्रहरी हर पल सजग हैं – यही वजह है कि एक बड़ा हादसा समय रहते टल गया।