देहरादून (10 मार्च 2025) – ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों में एक और मामला सामने आया है, जिसमें एक युवक को टेलीग्राम ग्रुप के जरिए 14 लाख रुपये से अधिक की ठगी का शिकार बना लिया गया। पीड़ित सुनील सकलानी, निवासी बंगाली कोठी, बंजारावाला, देहरादून ने थाना नेहरू कॉलोनी में शिकायत दर्ज कराई है कि एक फर्जी टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से उनसे पैसे कमाने का झांसा देकर लाखों रुपये हड़प लिए गए।
ऐसे हुआ साइबर ठगी का शिकार
पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया कि 22 अक्टूबर 2024 को उन्हें “Amazon Global Part-Time Recruitment” नामक एक टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा गया। ग्रुप में शामिल “मुस्कान” नामक एक महिला ने खुद को अमेज़न इंडिया की एचआर पार्टनर बताया और एक स्कीम के बारे में जानकारी दी, जिसमें रोजाना 5,000 से 10,000 रुपये कमाने का दावा किया गया था।
प्राथमिक रूप से, पीड़ित को अमेज़न के प्रोडक्ट प्रमोशन के नाम पर 150 रुपये प्रति टास्क का लालच दिया गया। शुरुआत में तीन टास्क पूरे करने के बाद 150 रुपये का भुगतान भी किया गया, जिससे उन्हें इस स्कीम की वास्तविकता पर भरोसा हो गया। इसके बाद, पीड़ित को बड़े निवेश के लिए उकसाया गया और उन्हें यह विश्वास दिलाया गया कि अगर वे अधिक पैसे लगाएंगे, तो उन्हें ज्यादा मुनाफा मिलेगा।
छोटे निवेश से शुरू होकर लाखों रुपये गंवाए
मुस्कान और अन्य ग्रुप सदस्यों ने पीड़ित को एक रिसेप्शनिस्ट “संध्या” से जोड़ा, जिसने उन्हें कई तरह के टास्क दिए। पहले 1,000 रुपये, फिर 3,000 रुपये, फिर 5,000 रुपये, और धीरे-धीरे यह रकम बढ़ती गई। अलग-अलग बैंक खातों और यूपीआई आईडी पर पैसे ट्रांसफर कराए गए, जिनमें अनिल, रौनक साहू, गिरधारी राम, कृष्णा पालीवाल, सुरेश कुमार और सुजल शैले नामक व्यक्तियों के खाते शामिल थे।
अंततः, पीड़ित को एक “वीआईपी ग्रुप” में जोड़ा गया, जहां 5,000 रुपये से शुरू होकर 3,90,000 रुपये तक के टास्क दिए गए। पीड़ित को यकीन दिलाया गया कि वह अपनी पूरी जमा राशि के साथ बड़ा मुनाफा कमाएगा, लेकिन जब उन्होंने कुल 14 लाख रुपये से अधिक की रकम जमा कर दी, तो उन्हें और पैसों की मांग की जाने लगी।
जब पीड़ित ने रकम वापस मांगी, तो कहा गया कि स्कोर 100% पूरा नहीं हुआ है और उसे अतिरिक्त 6 लाख रुपये जमा करने होंगे। बाद में टैक्स भरने के नाम पर 3 लाख रुपये और मांगे गए। इस पर पीड़ित को शक हुआ और उन्होंने थाना नेहरू कॉलोनी में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने की जांच शुरू
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस साइबर सेल की मदद से संदिग्ध बैंक खातों, यूपीआई आईडी और टेलीग्राम ग्रुप को ट्रेस करने में जुटी है।
साइबर ठगी से बचने के लिए रहें सतर्क
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि सोशल मीडिया पर अनजान ग्रुप और स्कीम से बचें, खासकर “जल्दी पैसा कमाने” के नाम पर आने वाले ऑफर से सतर्क रहें।
साइबर ठग पहले छोटी रकम का लालच देकर भरोसा जीतते हैं और फिर बड़ी रकम ऐंठकर फरार हो जाते हैं। अगर कोई इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार हो जाए, तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करें या नजदीकी पुलिस स्टेशन में सूचना दें।