नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में लिव-इन रिलेशनशिप पर एक बड़ा बयान दिया, जिसमें उन्होंने इसे समाज को नष्ट करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि पारंपरिक मूल्यों और परिवार की महत्ता को बनाए रखना जरूरी है।
गडकरी ने एक कार्यक्रम में कहा, “लिव-इन रिलेशनशिप भारतीय समाज की संस्कृति और मूल्यों के खिलाफ है। यह समाज की संरचना को कमजोर कर सकता है। बच्चों को सिर्फ मजे के लिए पैदा करना सही नहीं है, बल्कि उनका सही पालन-पोषण और संस्कार देना माता-पिता की जिम्मेदारी है।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय परिवार प्रणाली ने हमेशा सामाजिक स्थिरता को बनाए रखा है। “पारिवारिक मूल्य और रिश्ते हमारी संस्कृति की नींव हैं, और इन्हें संरक्षित करना हमारी जिम्मेदारी है।”
गडकरी के इस बयान के बाद सामाजिक और राजनीतिक हलकों में विभिन्न प्रतिक्रियाएं आईं। कुछ लोगों ने उनके विचारों का समर्थन किया, तो कुछ ने इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता में हस्तक्षेप बताया।
गडकरी ने अपनी बात को स्पष्ट करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य किसी के जीवन के व्यक्तिगत विकल्पों पर टिप्पणी करना नहीं है, बल्कि वह चाहते हैं कि लोग परिवार और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझें।
यह बयान भारतीय समाज में लिव-इन रिलेशनशिप और पारंपरिक परिवार मूल्यों के बीच चल रही बहस को फिर से उजागर करता है।