देहरादून में बड़ा फर्जीवाड़ा: क्लेट में एडमिशन के नाम पर महिला से 14 लाख की ठगी

देहरादून: शहर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां क्लेट (कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट) में प्रवेश दिलाने के नाम पर एक महिला से ₹14 लाख की ठगी की गई। आरोप है कि यह धोखाधड़ी रजनीकांत शर्मा उर्फ आर.के. शर्मा, उनकी पत्नी रीतू शर्मा उर्फ कामना शर्मा और उनकी बेटी रोशेल शर्मा द्वारा की गई।

कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?

प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़िता (नाम गोपनीय रखा गया है) देहरादून के सिगली क्षेत्र की निवासी हैं और निजी नौकरी करती हैं। उनके घर के पास ही रजनीकांत शर्मा और उनका परिवार किराये के मोक्षा रिसॉर्ट में रहकर होम स्टे चलाते थे।

रजनीकांत शर्मा खुद को डॉक्टर बताते थे और पिछले 4-5 वर्षों से स्थानीय लोगों के साथ अच्छा मेलजोल बनाए हुए थे। पीड़िता ने जब अपनी बेटी का क्लेट में एडमिशन करवाने की इच्छा जताई, तो रजनीकांत शर्मा ने अपने ऊंचे संपर्कों का हवाला देते हुए भरोसा दिलाया कि वह परीक्षा पास करवाकर एडमिशन सुनिश्चित करवा देगा।

14 लाख रुपये लिए और फरार हो गए

पीड़िता के अनुसार, एडमिशन प्रक्रिया का खर्च ₹14 लाख बताया गया। इस विश्वास में आकर पीड़िता ने रजनीकांत शर्मा, उनकी पत्नी और उनकी बेटी के बैंक खातों में ₹13,10,000 ऑनलाइन ट्रांसफर किए, जबकि शेष ₹90,000 नकद दिए।

लेकिन 8 सितंबर 2024 को आरोपी परिवार अचानक यह कहकर फरार हो गया कि वे कुछ दिनों के लिए बाहर जा रहे हैं। इसके बाद जब पीड़िता ने कई बार संपर्क करने की कोशिश की, तो फोन पर गाली-गलौच की गई और जान से मारने की धमकी दी गई।

गैंग का हो सकता है संबंध अपराधियों से

इतना ही नहीं, रीतू शर्मा ने झूठे आरोपों में फंसाने की धमकी दी और कहा कि उनका संबंध कई बदमाशों से है, जो पीड़िता को मरवा सकते हैं। इसके बाद पीड़िता को पता चला कि यह दंपत्ति पहले भी कई लोगों के साथ ठगी करके फरार हो चुका है।

इससे पहले भी 20 नवंबर 2024 को बीर सिंह और नवीन कुमार नामक व्यक्तियों ने इसी दंपत्ति के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस को दी थी, जिस पर कार्रवाई चल रही है।

पीड़िता ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार

अब पीड़िता ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून को शिकायत पत्र सौंपकर मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने और अपने ₹14 लाख वापस दिलवाने की गुहार लगाई है।

पुलिस ने शुरू की जांच

पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि आरोपियों का आपराधिक इतिहास हो सकता है और वे कई लोगों को इसी तरह धोखा दे चुके हैं।

पुलिस अब आरोपियों की लोकेशन ट्रेस करने और बैंक ट्रांजेक्शन की जांच करने में जुटी है। जल्द ही इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।

👉 देहरादून पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे एडमिशन या अन्य बड़े आर्थिक लेन-देन के मामलों में सतर्क रहें और बिना जांच-पड़ताल किए किसी पर भरोसा न करें।

रिपोर्ट: देहरादून संवाददाता