उत्तरकाशी के मोरी ब्लॉक स्थित सीमांत गांव सावणी में बीती रात भीषण आग लगने से 9 मकान पूरी तरह जलकर राख हो गए। घटना में करीब 25 परिवार बेघर हो गए हैं। आग इतनी तेजी से फैली कि इसे नियंत्रित करने के लिए दो मकानों को पूरी तरह तोड़ना पड़ा और तीन मकानों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा।
आग बुझाने में पानी की कमी बनी बाधा
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में तीन दिनों से पानी की आपूर्ति नहीं हो रही थी, जिससे आग पर काबू पाने में काफी मुश्किलें आईं। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने दिया हरसंभव मदद का आश्वासन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने जिला प्रशासन को तुरंत राहत और पुनर्वास कार्य शुरू करने का निर्देश दिया।
राहत और बचाव कार्य जारी
एसडीआरएफ, पुलिस, फायर सर्विस, वन विभाग की टीमों ने मौके पर पहुंचकर आग पर नियंत्रण पाया। घटनास्थल सड़क मार्ग से 5 किमी पैदल दूरी पर होने के कारण राहत कार्यों में समय लगा। प्रशासन ने प्रभावित परिवारों के लिए टेंट और राशन की व्यवस्था शुरू कर दी है।
आग लगने का कारण और स्थिति
प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण पूजा का दीया बताया जा रहा है। घटना में एक बुजुर्ग महिला लापता है, जिसकी तलाश जारी है। पिछले वर्ष भी इस गांव में आगजनी की घटना हुई थी, जिससे कई परिवार प्रभावित हुए थे।
जिलाधिकारी ने सतलुज जल विद्युत निगम और अन्य विभागों से सहयोग लेकर राहत कार्यों को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए हैं।